कोरोना को लेकर पूर्ण सावधानी बरतना बेहद जरूरी- डॉ हरिओम प्रसाद

कोरोना को लेकर पूर्ण सावधानी बरतना बेहद जरूरी- डॉ हरिओम प्रसाद
ऋषिकेश- लॉकडाउन 4 शुरू हो चुका है, लेकिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।तीर्थ नगरी ऋषिकेश की ही बात करें तो यहां लोग इसके प्रति लापरवाह हो गए हैं। उनका सोचना है कि संक्रमित हुए तो ठीक हो जाएंगे। यही सोच मुसीबत में डाल रही है। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक होने के बाद भी कई माह तक सांस लेने में तकलीफ, शारीरिक कमजोरी, बदन दर्द व हार्टअटैक का खतरा बना रहता है।
आई एम ए के अध्यक्ष डा हरिओम प्रसाद ने बताया कि कोरोना का रिकवरी रेट अच्छा है, मगर लोगों का सोचना गलत है कि कुछ दिन आइसोलेशन में रहकर ठीक हो जाएंगे। ऐसे लोग न तो मास्क को लेकर गंभीर हैं, न शारीरिक दूरी को लेकर। अन्य सावधानियां भी नहीं बरत रहे। कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होने के कई माह बाद भी सांस में तकलीफ, बदन में दर्द, शारीरिक कमजोरी बता रहे हैं। संक्रमित रोगी ठीक तो हो जाता है, यानी खांसी-बुखार नहीं रहता और ऑक्सीजन का स्तर ठीक हो जाता है, लेकिन फेफड़ों में उतनी ताकत नहीं रहती। इससे वायरस मुक्त होने के बाद भी सांस लेने में तकलीफ बनी रहती हैडा प्रसाद के अनुसार कोरोना से जोड़ व मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। इनमें लंबे समय तक दर्द रह सकता है। कमजोरी भी महसूस हो सकती है। डॉक्टर की सलाह से व्यायाम व कैल्शियम, विटामिन डी व दूसरी दवाएं लेते रहें।