ऑनलाइन पढाई में आखों का ख्याल बेहद जरुरी- डॉ राजे सिंह नेगी

ऑनलाइन पढाई में आखों का ख्याल बेहद जरुरी- डॉ राजे सिंह नेगी
ऋषिकेश-कोरोना संक्रमण काल में शिक्षण संस्थान बंद हुए तो ऑनलाइन क्लासेस का एक दौर शुरू हुआ। ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में अधिकता देखी गई। लाँकडाउन 4 में भी शिक्षण संस्थाएं बंद हैं।
स्कूल-कॉलेजों में ऑनलाइन पठन-पाठन की व्यवस्था जारी है। बच्चे घर बैठे कंप्यूटर व मोबाइल पर अध्ययन सामग्री देखकर पढ़ाई कर रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षण बच्चों के लिए लाभदायक है। इसमें संक्रमण से बचाव के साथ ही घर बैठे पढ़ने का अवसर मिल रहा है। वहीं, दूसरी ओर ऑनलाइन पठन-पाठन से बच्चों की आंखों पर प्रभाव पड़ रहा है।
शहर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डा राजे सिंह नेगी के अनुसार कोरोनाकाल में कई बच्चों की दृश्य क्षमता कम हो रही है जोकि चिंताजनक है। कम उम्र में ही दृश्य क्षमता कम होने से कई बच्चों के चश्मा लग रहा है। उन्होंने बताया संक्रमण काल में न केवल बच्चों बल्कि वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मियों को भी ऑनलाइन माध्यम से काम करना पड़ रहा है। ऐसे में लगातार कई घंटों तक कम्प्यूटर या मोबाइल पर काम करने से सिरदर्द व आंखों में समस्या उत्पन्न हो रही है। आंखों का ध्यान रखने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए डा राजे सिंह नेगी ने बताया कि लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते समय आई प्रोटेक्शन या नाइट मोड ऑन कर लेना चाहिए।साथ हीलैपटॉप से आंखों की दूरी कम से कम एक फीट होनी चाहिए।बकौल नेत्र रोग विशेषज्ञ डा नेगी के अनुसार लगातार एक ही स्थिति में बैठकर कार्य न करें।हर एक से डेढ़ घंटे बाद 15 मिनट का ब्रेक लें औरअधिक से अधिक पानी पियें।उन्होंने बताया किजो बच्चे चश्मा लगाते हैं, वे चश्मा लगाकर ही लैपटॉप या मोबाइल पर काम करें अन्यथा दृश्य क्षमता में कमी आ जाएगी।खानपान का ध्यान रखें। दूध, बादाम, हरी सब्जियों का सेवन करें।इसके अलावा आखों को सुरक्षित रखने के लिए
प्रतिदिन सुबह आंखों से संबंधित व्यायाम भी करते रहें।