साहस के साथ कोरोना की जंग जीतने में कामयाब रहे शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी केवल कृष्ण लांबा

साहस के साथ कोरोना की जंग जीतने में कामयाब रहे शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी केवल कृष्ण लांबा
ऋषिकेश- कोरोना से जंग जीतकर उत्तरांचल पंजाबी महासभा के नगर अध्यक्ष व नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी केवल कृष्ण लांबा ने आज से अपने प्रतिष्ठान पर ड्यूटी शुरू कर दी। वैश्विक महामारी से जिस साहस के साथ उन्होंने एक पखवाड़े तक लड़ाई लड़ी उसने अन्य लोगों को कोरोना से लड़ने का हौसला प्रदान किया है।
उत्तरांचल पंजाबी महासभा के नगर अध्यक्ष लांबा के अनुसार कोरोना से बचाव के लिए सरकारी इंतजाम तो हो रहे हैं लेकिन इससे लड़ने के लिए खुद भी हौसला बनाए रखना होगा। कोरोना से डरना नहीं बल्कि इसके साथ जी कर जीतना है। अपने आत्मविश्वास और हौसले के दम पर कोरोना को हराने वाले नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी केवल कृष्ण लांबा ने बताया कि वह छह अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। जब रिपोर्ट की जानकारी हुई तो पहले वह भयभीत हो गए, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। कुछ साथियों ने उनका हौसला बढ़ा दिया। 4 दिन सीमा डेंटल और उसके बाद 13 दिन तक घर में होम कोरोनटाइन रहकर कोरोना की जंग जीतने वाले लांबा ने बताया कि कोरोना का नाम सुनते ही उनका पूरा परिवार सहम गया था लेकिन उन्होने उन्हें समझाया कि वह जल्द ही ठीक होकर घर लौटेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर हिम्मत रखने की जरूरत है। अपना मनोबल कम न होने दें।वह कहते हैं कि यह बात तो सब जानते हैं कि कोरोना की कोई कारगर दवा तो है नहीं। ऐसे में इस बीमारी को मात देने के लिए हमें खुद आगे आना होगा। इसके लिए सबसे पहले आवश्यक है कि खुद में इतना आत्मविश्वास हो कि कोरोना उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। जब मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे तभी इस बीमारी को मात देने में सफल होंगे। कहा कि यदि हमें अंदर से ऐसा लगता है कि वह कोरोना संक्रमित हैं तो परिवार से अलग ही रहें ताकि परिवार भी सुरक्षित रहे।