पर्युषण पर्व का मूल संदेश जियो और जीने दो-श्रवण जैन

पर्युषण पर्व का मूल संदेश जियो और जीने दो-श्रवण जैन
ऋषिकेश-तीर्थ नगरी ऋषिकेश के जैन धर्म के दिगम्बर अनुयायियों में पर्युषण महापर्व को लेकर अपार उत्साह का माहौल है। कोरोना संकट काल के बावजूद यहां नगर के हरिद्वार रोड़ स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः पालन करते हुए जैन समाज के लोग पूजा अर्चना कर भगवान महावीर के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प ले रहे हैं ।वहीं दूसरी ओर, घरों में भी बेहद हर्ष उल्लास के साथ पौराणिक मान्यताओं अनुसार पूजा अर्चना की जा रही है। उत्तराखंड जैन समाज के संयुक्त महामंत्री श्रवण जैन ने बताया कि
श्रीदिगंबर जैन पंचायत का पर्युषण पर्व रविवार से शुरू हो गया है।अगले दस दिन तक त्याग, क्षमा, सत्य, संयम ब्रह्मचर्य धर्म का पालन किया जाएगा। इस बार कोरोना संकट को देखते हुए जैन समाज के लोग घरों पर ही प्रभु का अभिषेक, शांति धार, पूजा शाम को आरती, कर रहे हैं।
उन्होंने बताया 1 सितंबर से तक चलने वाले पर्युषण पर्व को लेकर जैन समाज में काफी हर्ष का माहौल है। जैन धर्म में सभी पर्वों का राजा माना जाने वाले पर्व के दौरान क्रोध,माेह,माया,लोभ से परे रहते हुए जैन धर्मावलंबी सिर्फ और सिर्फ आत्म साधना में लीन रहते हैं। यह पर्व समाज को जिओ और जीने दो का संदेश देता है। भगवान महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्म जिओ और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है तथा मोक्ष प्राप्ति के द्वार खोलता है।