लापरवाही के चलते तीर्थ नगरी में बड़ रहा कोरोना संक्रमितों का ग्राफ

लापरवाही के चलते तीर्थ नगरी में बड़ रहा कोरोना संक्रमितों का ग्राफ
ऋषिकेश- कोरोना, यानी जान को खतरा। बचाव सब चाहते हैं, पर नियमों का पालन करने से भी बच रहे हैं। यही वजह है कि ऋषिकेश में इस वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह लापरवाही का ही परिणाम है। लॉकडाउन के दौरान तीर्थ नगरी में जहां बेहद कम कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे।उस दौरान कोरोना संक्रमित मरीज के शहर के किसी भी क्षेत्र में सामने आने पर लोगों में दहशत फेल जाया करती थी।लेकिन अब हालात बिल्कुल जुदा हैं कोरोना का प्रकोप लगातार बड़ रहा है।एम्स में कोरोना संक्रमितों की तादात लगातार बड़ रही है लेकिन लोग लापरवाह नजर आ रहे हैं।पिछले एक पखवाड़े की ही बात करें तो कोई दिन ऐसा नही गुजरा जब एम्स से कोरोना को लेकर कोई राहत भरी खबर आई हो।
इसके बाद भी लोग सचेत नहीं हैं। बाजार के हालात चिंताजनक है। कहीं भीड़ लगी है। शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ रही हैं तो अधिकांश लोग बिना मास्क ही घूम रहे हैं। ऐसे हालात में सरकार को सैंपलिग कराकर संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराने के अलावा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा।
संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच अच्छी खबर बस यही है की स्वस्थ होने वाले मरीजों की आंकड़ा भी कम नहीं। एम्स निदेशक डा रविकांत के अनुसार कोरोना से बचाव के लिए सावधानी बहुत जरूरी है।
लॉकडाउन के बाद काफी छूट लोगों को मिली हैं। कुछ लोग इनका दुरुपयोग कर अपने साथ अन्य लोगों को भी मुसीबत में डाल रहे हैं। जरूरत सावधानी बरतने और नियमों का पालन करने की है।ऐसा करके वैश्विक महामारी से बचाव संभव है।