जिला गंगा सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

जिला गंगा सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न
ऋषिकेश- जिला गंगा सुरक्षा समिति की 27वीं बैठक जिलाधिकारी देहरादून के निर्देशों का पालन करते हुए नमामि गंगे परियोजना के तहत चल रहे कार्यों के क्रम में रम्भा नदी तटों से अतिक्रमण हटाने को लेकर उपजिलाधिकारी ऋषिकेश द्वारा दिये निर्देशानुसार वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश एम एस रावत द्वारा क्षेत्र से सम्बंधित स्थानीय जनप्रतिनिधियों,समिति सदस्यों सहित वन विभाग और नमामि गंगे परियोजना से जुड़े पेयजल निगम के अधिकारीयों के साथ वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय ऋषिकेश में सोमवार को आयोजित की गई।
बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।इनमें नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत रम्भा नदी में गिर रहे सीवरेज पानी हेतु सीवरेज लाइन बिछाए जाने हेतु कार्य प्रारम्भ करने पर चर्चा करते हुए उपस्थिति द्वारा निर्णय लिया गया कि योजना से जुड़े कार्यों को शीघ्र प्रारम्भ किया जाएगा।इस क्रम में वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश द्वारा जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया कि रम्भा नदी क्षेत्र में चिन्हित अतिक्रमणकारियों द्वारा शीघ्र ही स्वेच्छा से अतिक्रमण को हटाया जाए।इस हेतु वन विभाग की ओर से शीघ्र ही मुनादी कराई जाएगी।मुनादी के पश्चात स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने को तीन दिन का समय दिया जाएगा।यदि इसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो पुलिस और प्रशासन के सहयोग से उक्त क्षेत्र में अतिक्रमण ध्वस्त किया जाएगा,साथ ही लम्बित पड़े कार्यों को गति प्रदान की जाएगी।उपस्थित निगम पार्षदों से अतिक्रमण हटाने में सहयोग करने और स्थानीय निवासियों को सीवर लाइन के फायदे समझाने का आग्रह किया गया है।जिस पर उपस्थित पार्षदों द्वारा सहमति जताई गई है।गौरतलब है कि नगर क्षेत्र में गंगा स्वच्छता से जुड़े नमामि गंगा परियोजना के अंतर्गत गंगा जी में मिलने वाले अधिकतर नालों को टेप किया जा चुका है और कार्य लगभग पूरा होने की कगार पर है लेकिन रम्भा नदी से सम्बंधित कार्य ही शेष होने के कारण कार्य लम्बित पड़ा है।जिससे केंद्र सरकार की करोड़ों रुपये की योजना प्रभावित हो रही है।मामला गंगा स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण सहित एनजीटी से जुड़े होने के कारण जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने समिति की पाक्षिक बैठक में 11 अगस्त को नाराजगी जताते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश जारी किए थे।सोमवार को वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश द्वारा बुलाई गई बैठक में उत्तराखंड पेयजल निगम के परियोजना अभियन्ता ए०के०चतुर्वेदी,वन दरोगा इन्द्र मोहन कोठारी,नगर क्षेत्रीय पार्षद जयेश राणा,पार्षद लव काम्बोज, पार्षद शौकत अली, नमामि गंगे जिला क्रियान्वयन समिति/जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद समाजसेवी विनोद जुगलान विप्र प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।