पुण्यतिथि पर अमर बलिदानी प्रदीप सिंह रावत के परिजनों ने स्मृतिवन में किया पौधा रोपण

पुण्यतिथि पर अमर बलिदानी प्रदीप सिंह रावत के परिजनों ने स्मृतिवन में किया पौधा रोपण
ऋषिकेश-अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित स्मृतिवन ऋषिकेश में भारतीय सेना के अमर बलिदानी प्रदीप सिंह रावत की द्वितीय पुण्यतिथि पर समूह के अध्यक्ष और स्मृतिवन संरक्षक पर्यावरणविद विनोद जुगलान विप्र के संयोजन में शहीद की वीरनारी नीलम रावत एवं उनके परिजनों ने संयुक्त रूप से पौधा रोपण कर उनकी स्मृति को जीवन्त बनाने का सुन्दर प्रयास किया।इस अवसर पर शहीद के पिता सेना के पूर्व सूबेदार मेजर कुँवर सिंह रावत ने बताया कि उनका बेटा भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स की चौथी बटालियन में सेवारत था, और 12 अगस्त 2018 जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में नियन्त्रण रेखा के समीप आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकते समय उनका डटकर मुकाबला करते हुये घायल होगये थे।घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।अन्त में वे घटना स्थल पर ही देश की रक्षा करते हुए शहीद होगये थे।वे परिवार के इकलौते बेटे थे लेकिन उनकी शहादत के बाद मुझे लगता है कि देश की सेना में रहते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाला हर सैनिक भारत माता का बेटा है।बेटे की शहादत के बाद जो सम्मान सरकार एवं जनता जनार्दन द्वारा दिया गया है उससे मुझे अपने बेटे को खोने का गम कम और राष्ट्र के प्रति समर्पित होने की भी खुशी ज्यादा है।देश की सेना के हर सैनिक को मेरा संदेश है कि जीवन में मरना एक ही बार होता है यदि देश सेवा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया जाए तो जीवन जीवन्त हो उठता है।उनकी दूसरी पुण्यतिथि पर स्मृति को जीवंत करने हेतु स्मृतिवन ऋषिकेश में पौधारोपण किया गया है।इसकी प्रेरणा हमें स्मृतिवन के संरक्षक पर्यावरणविद विनोद जुगलान द्वारा किये जा रहे प्रयासों से मिली है।स्मृतिवन में हर व्यक्ति को अपने बुजर्गों की पुण्यस्मृति सहित अपनी मधुर स्मृति में एक पौधा अवश्य रोपित करना चाहिए।इससे न केवल अपनों की मधुर और पुण्य स्मृति को जीवंत किया जा सकता है बल्कि पौधरोपण से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।पौधारोपण के पश्चात पौधे की सुरक्षा को स्मृतिवन के संचालक समूह द्वारा पादप सुरक्षा कवच लगाया गया। मौके पर शहीद की माता जी ऊषा देवी रावत,दादाजी सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर गुलाब सिंह रावत,चाचाजी सेवा निवृत्त सूबेदार मेजर वीर सिंह रावत,सूबेदार भगवान सिंह रावत,सब्बल सिंह रावत एवं जसदीप रावत,रवि रावत,सामाजिक कार्यकर्ता टेक सिंह राणा,पर्यावरण विद विनोद जुगलान विप्र,वन दरोगा स्वयंम्बर दत्त कण्डवाल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।