सौंग नदी के उफान से खतरे की जद में आया खदरी गाँव

सौंग नदी के उफान से खतरे की जद में आया खदरी गाँव

ऋषिकेश- पहाड़ों में मूसलाधार बारिश के बाद गंगा जहां खतरे के निशाान को पार कर गई है सौंग नदी का उफान भी भी ग्रामीणों को डराने लगा है।

जिलाधिकारी देहरादून डॉ आशीष श्रीवास्तव के निर्देशों पर जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया जिसमें ऋषिकेश क्षेत्र के अधिकारियों ने तहसील कार्यालय आकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने-अपने कार्यों की प्रगति समिति के अध्यक्ष/जिलाधिकारी देहरादून को दी।इस अवसर जिलाधिकारी ने पिछली बैठक के लम्बित बिंदुओं से बैठक की शुरुआत करते हुए नमामि गंगे से जुड़े हुए सभी कार्यों की जानकारी ली।जानकारी देते हुए नमामि गंगे निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई (गंगा)के परियोजना प्रबन्धक संदीप कश्यप ने बताया कि रंभा नदी से जुड़े सीवरेज कार्यो को छोड़कर बाकी सभी एसटीपी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है वन विभाग की ओर से बापू ग्राम के आसपास का अतिक्रमण हटते ही उक्त क्षेत्र में भी एसटीपी से जुड़े सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।मृत पशुओं के निस्तारण से जुड़े मामले पर प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने बताया कि देहरादून जनपद के झाझरा स्थित क्षेत्र में भूमि चिन्हित की गई इसके आसपास कोई आवसीय क्षेत्र भी नहीं है और यह क्षेत्र एयर पोर्ट से भी दूर होने के कारण सुरक्षित है।जिसका संयुक्त दल द्वारा भौतिक निरीक्षण बाकी है।जिलाधिकारी ने पिछली बैठक के बिंदुओं का संदर्भ लेते हुए श्यामपुर खदरी के खादर क्षेत्र से जुड़े बाढ़ सुरक्षा प्रबन्ध को लेकर सिंचाई विभाग द्वारा समुचित प्रयास न किये जाने पर न केवल नाराजगी जताई बल्कि बैठक में अधिशासी अभियंता के अनुपस्थित रहने पर अगली बैठक में जरूरी रूप से उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने की बात कही।मौके पर उपस्थित जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने खादर में बाढ़ सुरक्षा उपाय न होने का जिक्र करते हुए जिलाधिकारी को बताया कि जिन स्थानों को सिंचाई विभाग द्वारा सुरक्षा हेतु चिन्हित किया गया था वहाँ पर आजतक कोई भी सुरक्षा प्रबन्ध नहीं किये गये, नतीजन सौंग नदी की बाढ़ का पानी खेतों की सीमा पर वन्यजीवों से सुरक्षा को बनाई गई हाथी खाई में भर गया है इससे आने वाले समय मे यदि भारी वर्षा होती है तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है।मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए मौके का भौतिक निरीक्षण कर रपट सौंपने को कहा।आनन फानन में सिंचाई विभाग और राजस्व विभाग का संयुक्त जाँच दल मौके को रवाना हुआ।जिनमें नायब तहसीलदार ऋषिकेश विजय पाल सिंह, लेखपाल मोहम्मद रिज़वान, सिंचाई विभाग के अपर सहायक अभियन्ता कुलदीप सिंह, अपर सहायक अभियंता दिनेश बर्मन,जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान आदि सम्मिलित रहे।

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