खदरी की सड़कों में गड्ढे और गड्ढों में दिख रहा आसमान

खदरी की सड़कों में गड्ढे और गड्ढों में दिख रहा आसमान
ऋषिकेश-विभागीय अनदेखी और जनप्रतिनिधियों की सुस्ती के कारण श्यामपुर न्याय पँचायत की ग्रामसभा खदरी खड़क माफ के कारण ग्राम सभा की सड़कों का इतना बुरा हाल है कि जगह जगह सड़कों पर न केवल गड्ढे बन गए हैं बल्कि उनमें बरसाती पानी जमा होने के कारण आसमान में छाए बादलों की परछाईं दिखाई दे रही है।सबसे बुरा हाल खदरी स्थित केला और गैस गोदाम के समीप पॉलिटेक्निक मार्ग का है।यहाँ नाली जाम होने के कारण पूरे गाँव का गन्दा पानी सड़क पर बह रहा है,इसके परिणाम स्वरूप सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं।सड़क टूटने के कारण सड़कों पर फैली बजरी से राहगीर चोटिल हो रहे हैं।कुछ समय पूर्व पँचायत की ओर से मनरेगा के तहत नालियों की सफाई का कार्य किया गया था किन्तु अन्त में निकासी न होने और नालियाँ टूटी होने के कारण सारा गन्दा पानी सड़क पर बह रहा है।दुर्गन्ध भरे इस पानी से डेंगू के प्रकोप का खतरा बढ़ गया है।इसी मार्ग पर लक्ष्मी भट्ट के घर के समीप सड़क टूटने से सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं जिससे कभी भी गैस सिलेण्डरों से लदे ट्रक सहित भारी वाहनों के पलटने की प्रबल आशंका बनी हुई है।
उधर दूसरी ओर स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता लाखी राम रतूड़ी ने बताया कि ग्राम सभा के ही घराट रोड़ से सिंचाई बंधे की ओर मुर्गी फार्म से आगे सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल होगया है।सड़क पर लोग दिन में ही चोटिल हो रहे हैं।ग्राम सभा खदरी में खेतों को जाने वाली सड़क जो कि 52 लाख की लागत से स्थानीय ठेकेदारों द्वारा बनाते ही क्षतिग्रस्त हो गयी थी,उस पर भी न तो आजतक कोई जाँच बैठाई गयी और न दुबारा उसका निर्माण हो सका है।जिससे खादर के खेतों में आने जाने की भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।यदि श्यामपुर फाटक से बैटरी फार्म तक चारसौ मीटर तक की दूरी को छोड़ दिया जाय तो बाकी सभी सड़कों की भी यही स्थिति है।लोकनिर्माण विभाग की अनदेखी के कारण राजकीय पॉलिटेक्निक की क्षतिग्रस्त पुलिया का केदारनाथ आपदा के 7 साल बाद भी निर्माण नहीं हो सका है।वर्ष 2014 से यहाँ की सड़कें निर्माण को तरस रही हैं।जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने श्यामपुर न्याय पँचायत अन्तर्गत क्षतिग्रस्त सड़कों के अविलम्ब पुनर्निर्माण की माँग की है।