कोरोना के कहर से कोंचिग सेंटर बर्बादी की कगार पर -मुकेश अग्रवाल

कोरोना के कहर से कोंचिग सेंटर बर्बादी की कगार पर -मुकेश अग्रवाल
ऋषिकेश-वैश्विक महामारी ने ने देश की शिक्षण व्यवस्था पर गहरी चोट पहुंंचाई है।
करीब चार माह से तमाम व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्रों पर ताला लटका हुआ है।जिससे इनका संचालन करने वालोंं की पूरी तरह से कमर टूट गई है।तीर्थ नगरी ऋषिकेश के कोचिंग सैंटरों की बात करें तो कोरोना की मार से इन्हें संचालित करने वाले बरबाद होने के कगार पर हैं।यहां अधिकाशतः व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र बड़ी बड़ी बिल्डिंगों में मंहगे किराये पर हैं।जिनका किराया भरना संचालकों के लिए बेहद भारी पड़ रहा है।इस गंभीर समस्या को लेकर ऋषिकेश शिक्षा संघ द्वारा विधानसभा अध्यक्ष से लेकर जीएमवीएन के उपाध्यक्ष से गुहार लगाई जा चुकी है।
संघ से जुड़े मुकेश अग्रवाल का कहना है कि सरकार को कोचिंग सेंटरों को भी शर्तों के साथ खोलने की अनुमति देनी चाहिए। निजी शिक्षण संस्थान संचालक मुकेश अग्रवाल के अनुसार जब मॉल, बस, ट्रेन सहित बाजार की सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जा चुकी है।तो फिर कोचिंग सेंटर में तालाबंदी क्यों रखी गई है। उन्होंने कहा कि कोचिंग आने वाले छात्र छात्राएं भी जागरूक हैं। हमलोग भी कोविड 19 से बचाव के लिए जारी सरकार व प्रशासन के गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करेंगे। मास्क ,सेनेटाइज्रर व सोशल डिस्टनसिंग का हर हालत में पालन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि अनेकों कोचिंग सैंटर कई संचालकों के जीविका का एकमात्र साधन है। जो कई माह से बंद है। सरकार को इन्हें खोलने की अनुमति जल्द से जल्द दे देनी चाहिए।