सौंग नदी से किसानों की भूमि कटाव को रोकने के लिए जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

सौंग नदी से किसानों की भूमि कटाव को रोकने के लिए जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

ऋषिकेश-नगर निगम ऋषिकेश के सभागार में आयोजित जिला गंगा सुरक्षा समिति की 26वीं बैठक की शुरुआत नगर निगम द्वारा विकास कार्यों पर तैयार की गई पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन समिति के समक्ष प्रस्तुत कर की गई।प्रजेंटेशन में निगम क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान सहित स्थानीय क्षेत्र में किये जारहे विकास कार्यों सहित गतिशील कार्यों को दर्शाया गया।समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने विकास कार्यों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा किये गए प्रयास अच्छे है लेकिन स्वच्छता के कार्यकर्मो में स्थानीय जनता की भागीदारी होना आवश्यक है।

सामाजिक दूरी का पालन करते हुए जनता के मध्य जनजागरूकता के और अधिक कार्य किये जायें।उन्होंने आस्था पथ पर की जारही चित्रकारिता को एक अच्छा प्रयास बताया।इससे जनता में गंगा स्वच्छता के प्रति सकारात्मक संदेश जाएगा।प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान विप्र ने स्मृतिवन ऋषिकेश के सौंदर्यीकरण एवं सुरक्षा हेतु दो सौ ट्रीगार्ड उपलब्ध कराने पर जिलाधिकारी का आभार प्रकट किया।इस बीच समिति के सदस्य विनोद जुगलान द्वारा पिछली बैठक में खदरी खड़क माफ खादर क्षेत्र में सौंग नदी से किसानों की भूमि को हो रहे कटाव का मामले पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जवाब तलब किया।इस सम्बन्ध में सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल ने जिलाधिकारी को बताया कि छिद्दरवाला से ठाकुर पुर तक सौंग नदी के किनारे पर तीन किमी लम्बे सुरक्षा तटबन्ध बनाने का प्रस्ताव केन्द्र को प्रेषित किया गया है,किन्तु जवाब से सहमत न होने और असंतोष जताते हुए समिति के सदस्य ने पुनः फौरी तौर पर खदरी खादर क्षेत्र में तटबन्ध की माँग करते हुए कहा कि ठाकुर पुर अलग ग्राम सभा है सौंग नदी के दूसरी ओर गोहरी माफी में बाढ़ सुरक्षा तटबन्ध बनने से सौंग नदी के बाढ़ का पानी खदरी की ओर रुख कर सकता है।इस लिए इस ओर ध्यान दिया जाना आवश्यक है।मामले की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मौका मुआयना कर बाढ़ सुरक्षा के निर्देश दिए।इसके अतिरिक्त गंगा स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण से जुड़े एक दर्जन से अधिक मामलों पर विचार विमर्श किया गया।डीएम देहरादून ने मृत पशुओं के निस्तारण हेतु भूमि चयन,ऋषिकेश में कांजी हाउस एवं पशुसंख्या नियन्त्रण केंद्र की स्थापना,गंगा जी में बहाये जाने वाले पूजन सामग्री और कूड़े करकट को रोकने के लिए त्रिवेणी घाट के आगे जाल लगाने,लक्कड़ घाट स्थित 26एमएलडी एसटीपी के समीप सौंदर्यीकरण कर पर्यटक स्थल विकसित करने,औषधीय वन तैयार करने सहित नमामि गंगे परियोजना के कार्यों में तेजी लाने लोकनिर्माण विभाग द्वारा सड़को की व्यवस्था दुरुस्त करने सहितजिला गंगा सुरक्षा समिति के त्रैमासिक समाचार पत्र सम्पादन करने के निर्देश दिए।समिति के संयोजक और संपादन मण्डल के अध्यक्ष प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान द्वारा बताया गया कि सम्पादन मण्डल में जिलाधिकारी महोदय के निर्देशानुसार पर्यावरणविद विनोद जुगलान को संपादन मण्डल का सदस्य नियुक्त कर लिया गया है।आगामी सितम्बर माह से समिति का समाचार पत्र सुचारू हो जाएगा।बैठक में डीएफओ राजीव धीमान,नगर आयुक्त ऋषिकेश नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल,उपजिलाधिकारी ऋषिकेश वरुण चौधरी,जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल,सहायक नगर आयुक्त ऋषिकेश विनोद लाल शाह,नमामि गंगे परियोजना अधिकारी संदीप कश्यप,सिंचाई विभाग के सहायक अभियन्ता अनुभव नौटियाल,सहायक अभियंता उत्तराखण्ड जल संस्थान हरीश बंसल,सहायक वैज्ञानिक अधिकारी एसएस चौहान यू ई पी पी सी बी,सफाई निरीक्षक सचिन सिंह रावत,नामित सदस्य सुदामा सिंघल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: