लॉक डाउन खुलते ही सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्जियां

लॉक डाउन खुलते ही सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्जियां
ऋषिकेश-जनपद देहरादून अन्तर्गत दो दिवसीय लॉक डाउन खुलते ही तीर्थ नगरी ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक भीड़ बढ़ने लगी है।श्रावण मास के सोमवार को सोमवती अमावस पड़ने के कारण ग्रामीण क्षेत्र ग्राम सभा खदरी खड़क माफ स्थित शिव मन्दिर में जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लॉक डाउन खुलने के साथ ही बढ़ती दिखाई दी।यहाँ श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर जलाभिषेक किया।लेकिन मौके पर सामाजिक और शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कुकरेती श्रद्धालुओं से दूरी बनाए रखने का आग्रह करते दिखे लेकिन मन्दिर समिति की ओर से सामाजिक दूरी नियमों के पालन के लिए कोई प्रबन्ध मौके पर नहीं दिखाई दिए।इससे ग्रामीण क्षेत्र में कोविड 19 कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने की आशंका प्रबल होती दिखाई दे रही है।गौरतलब है कि एक दिन पूर्व हरिद्वार स्थित हिन्दुस्तान लिवर कम्पनी में कार्य करने वाले कर्मियों में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।जिनमें कुछ श्यामपुर क्षेत्र में निवास करते हैं।शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख एवं जैवविविधता समिति खदरी के अध्यक्ष विनोद जुगलान विप्र का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव की क्षेत्र में अचानक हुई सँख्या में बृद्धि से ग्रामीणों में चिन्ता बढ़ गयी है।इससे पहले कि तीर्थनगरी सहित आसपास के क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी हो सरकार सहित स्थानीय प्रशासन को अनलॉक के नियमों पर पुनर्विचार करना चाहिए।साथ ही नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए।श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए मन्दिर दर्शन हेतु उपयुक्त प्रबन्ध किये जाने चाहियें, क्योंकि मन्दिर जाने वालों में बच्चे और बूढ़े भी शामिल होते हैं।ग्रामीण क्षेत्र में मन्दिरों पर सामाजिक दूरी का भी पालन किया जाना चाहिए।