जनसंख्या वृद्धि देश के विकास में बाधक

जनसंख्या वृद्धि देश के विकास में बाधक
ऋषिकेश-विश्व जनसंख्या दिवस पर वैश्विक महामारी कोरोना की जंंग के बीच शहर के बुद्विजीवी वर्ग ने जनसंख्या वृद्धि को देश के विकास में बाधक बताया है।
शनिवार को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर विभिन्न संस्थाओं से जुड़े समाज सेवी डा राजे नेगी ने कहा कि हमारे देश की बढ़ती जनसंख्या एक सोचनीय बिन्दु बन गयी है जिसे रोकने के लिए हमें अधिक से अधिक कार्यक्रम चलाते हुए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है और उन्हें जनसंख्या वृद्वि रोकने के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रभावी नियंत्रण के साथ वर्तमान की आवश्यकता है बढ़ती जनसंख्या को रोकना। बढ़ती जनसंख्या के चलते आज देश में हो रहे विकास का वास्तविक लाभ आमजन को नही मिल पा रहा है। इसके लिए आवश्यक है कि जनसंख्या पर प्रभावी नियंत्रण हो। विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े पर्यावरण विद् विनोद जुगलान ने जनसंख्या वृद्धि को देश के विकास में अवरोधक बताते हुए जनसंख्या बढऩे के कारणों, प्रभाव व रोकथाम के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने कि देश की जनसंख्या की तुलना में मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जरुरी संसाधन काफी कम हैं। जिसके कारण समस्याएं उत्पन्न हो जाती है तथा उनका समय पर निदान नहीं हो पाता है। उन्होंने शिक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन व युवाओं की जागरुकता से जनसंख्या वृद्धि की समस्या को दूर करने की बात कही।