सावन के पहले सोमवार पर मास्क-सैनिटाइजर संग हुए शिव दर्शन

सावन के पहले सोमवार पर मास्क-सैनिटाइजर संग हुए शिव दर्शन

ऋषिकेश- हिदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व है। कोरोना महामारी के चलते इस मास में होने वाले मेलों पर भी ग्रहण लग गया। सावन के पहले सोमवार पर आज भक्तों को भोले के दर्शन तो मिले मगर सरकार द्वारा तय किए गये नियमों के अनुसार।
इस बीच कावंड मेला कोरोना को देखते हुए पहले ही
निरस्त कर दिया गया है।

सावन के पहले सोमवार के अवसर पर आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बैराज स्थित वीरभद्र मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की एवं भगवान भोले शंकर का रुद्राभिषेक किया।इस दौरान श्री अग्रवाल ने विश्व शांति के साथ लोक कल्याण की कामना की।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सावन के महीने में शंकर भगवान की पूजा करना और उन्हें जल चढ़ाना बहुत फलदायी माना जाता है। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव इस माह में सोमवार का व्रत करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।उन्होंने भोले नाथ से वैश्विक बीमारी कोरोना के संक्रमण से सभी के आरोग्य की कामना की।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष की धर्मपत्नी शशी प्रभा अग्रवाल एवं उनके सुपुत्र पीयूष अग्रवाल भी मौजूद थे।श्रद्धा और आस्था का प्रतीक रहे श्रावण मास का आगाज इस वर्ष कोरोना के साये के चलते काफी फीका रहा। इस मास में शहर के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए भारी भीड़ उमड़ती रही है। श्रावण मास में पड़ने वाले सभी सोमवार को शिवधाम नीलकंठ महादेव मंदिर पर लाखों श्रद्वालु उमड़ा करते थे।जबकि तीर्थ नगरी के चन्द्रेश्वर महादेव, सोमेश्वर और वीरभ्रदेश्वर महादेव मंदिर में भी जलाभिषेक के लिए हजारों श्रद्वालुओं की लाईन लगा करती थी लेकिन यह नजारा आज वैश्विक महामारी कोराना के खौफ के चलते गायब दिखा।मंदिरों पर भीड़ न लगे, इसके लिए मंदिर पर विशेष इंतजाम किए गए थे। सभी प्रमुख मंदिरों में बैरिकेडिग लगाई गई थी।भगवान शिव के प्रिय सावन मास की शुरुआत आज से हो गई।तीर्थ नगरी में यह पहला मौका रहा जब सावन के पहले दिन और वह भी सोमवार को भक्तगण बाबा भोलेनाथ से दूरी बनाकर मिलें। सुरक्षा और सतर्कता के मानकों का पालन करते हुए। मास्क लगाकर और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के बाद ही ऋषिकेश के तमाम सिद्वपीठ मंदिरों में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। मंदिर में प्रसाद और फूल-माला चढ़ाने और जलाभिषेक पर प्रतिबंध के चलते शिवभक्तों को मायूसी भी झेलनी पड़ी।ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सावन के सोमवार को भगवान शिव की आराधना विशेष फलदायी होती है।बता दे कि इस बार
सावन का महीना आज से से शुरू होकर तीन अगस्त तक चलेगा। खास बात यह है कि 29 दिन का सावन मास सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही समाप्त होगा। ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र नौटियाल के मुताबिक इस बार सावन में 26 शुभ योग रहेंगे। इसमें 11 सर्वाथसिद्धि, तीन अमृतसिद्धि और 12 दिन रवि योग रहेंगे। इससे पहले 2017 में भी ऐसा संयोग बना था। इन शुभ योगों में की गई भगवान शिव की आराधना और जलाभिषेक से शिव प्रसन्न होते हैं और अर्चक के आयु, धन और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।

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