युवाओं के लिए प्रेरणा बनी युवा योग प्रशिक्षका-तनशिखा जुगलान

युवाओं के लिए प्रेरणा बनी युवा योग प्रशिक्षका-तनशिखा जुगलान
ऋषिकेश-योग नगरी ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्र में किशोरों और युवतियों को नियमित रूप से योगाभ्यास करा रही युवा योग प्रशिक्षिका तनशिखा जुगलान युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है।
ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के वार्ड नम्बर छह विष्णु विहार निवासी 21 वर्षीय योग प्रशिक्षिका तनशिखा का कहना है कि हर व्यक्ति के अंदर परम पिता परमात्मा स्वयं एक ऊर्जापुंज के रूप में विद्यमान हैं।भारतीय वैदिक परंपरा और सनातन संस्कृति योग और अध्यात्म के जरिये उस ऊर्जा पुंज को जागृत करना सिखाती है।यही कारण है कि विश्व के विकसित देश भी भारतीय सनातन संस्कृति के अभिभूत होकर भारतीय दर्शन के दीवाने हैं।योग हमें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है बल्कि मानसिक शांति प्रदान करते हुए रोग प्रतिरोधी क्षमता का विकास करता है।युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ पौराणिक संस्कृति को समेटे हुए आध्यत्मिक धरोहर का भी ज्ञान होना चाहिए।उन्होंने कहा विश्व के योग पटल पर योग नगरी ऋषिकेश में योग की अपार संभावनाएं हैं।युवा इस ओर अग्रसर होंगे तो हर दिन योग दिवस होगा।योग प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में विनिशा,अनिशा,दीक्षा रानाकोटी,पूनम बसलियाल,अमृतम जुगलान,आयुष रानाकोटी,अंकित कण्डवाल आदि प्रमुख हैं।शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान विप्र ने योग दिवस पर युवाओं का मनोबल बढ़ाते हुए प्रदेश की जनता को योग दिवस की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए योग के संरक्षण संवर्धन पर जोर दिया।