ड्डैगन का फन कुचलने के लिए स्वदेशी मॉडल अपनाना जरूरी-कृष्ण सिंघल

ड्डैगन का फन कुचलने के लिए स्वदेशी मॉडल अपनाना जरूरी-कृष्ण सिंघल
ऋषिकेश- सैनिकों पर हमले के विरोध में देशभर में चाईनीज उत्पादों की होली जलाई जा रही हैं।अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में भी भारत -चाईना के बीच बन रहे युद्व जैसे माहौल के बीच लोगों की देशभक्ति की भावनाएं हिलोरें मारने लगी हैं।गढवाल मंडल विकास निगम के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री कृष्ण सिंघल ने आर्थिक मोर्चे पर ड्डैगन के फन को कुचलने के लिए स्वदेशी
मॉडल अपनाने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के बाद भारत चाईना का सबसे बड़ा बाजार है।अमेरिका ने चाईना वायरस के बाद उसपर पहले ही आर्थिक प्रतिबंध लगाने की कवायद शुरू कर दी है।अब बीस सैनिकों की शहादत के बाद देश में भी चाईना के खिलाफ जबरदस्त गुस्से का माहौल है।चीन निर्मित सामानों की होली जलाई जा रही है।स्वदेशी माँँडल को अपनाकर देशवासी पूरी तरह से आर्थिक घेराबंदी कर चाईना की कमरतोड़ने के लिए संकल्पित होने शुरू हो गए हैं।राज्य मंत्री सिंघल ने कहा कि हमारे बाजार में चीन की गहरी पैठ है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल फोन इत्यादि का बड़े पैमाने पर आयात होता है। ऐसे में हमें चीन के उत्पादों का बहिष्कार करना होगा और स्वदेशी अपनाना होगा।