जिलाधिकारी देहरादून ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा ली बैठक

जिलाधिकारी देहरादून ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा ली बैठक
ऋषिकेश- जिला गंगा सुरक्षा समिति की पाक्षिक रूप से होने वाली बैठक कोविड 19 कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सावधानी बरतते हुए देहरादून के जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आयोजित की।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित करने से पूर्व जिलाधिकारी देहरादून द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गये थे कि देहरादून क्षेत्र के अधिकारी देहरादून कैम्प कार्यालय और ऋषिकेश क्षेत्र के अधिकारी सहित नामित सदस्य ऋषिकेश स्थित तहसील कार्यालय से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेंगे तथा बैठक में शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखेंगे।जिलाधिकारी महोदय के आदेशों का अनुपालन करते हुए एम एन ए ऋषिकेश नरेंद्र सिंह क्वीरियाल,उपजिलाधिकारी ऋषिकेश आई एस एस वरुण चौधरी सहित क्षेत्र के अधिकारियों ने तहसील कार्यालय में उपस्थित रहते हुए समिति के अध्यक्ष/जिलाधिकारी देहरादून को ऋषिकेश क्षेत्र के विकास कार्यों की प्रगति पर दो दर्जन से अधिक सवालों के जवाब दिए।जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने कार्यों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन करें।उन्होंने कहा कि कोई भी योजना जनसहयोग के बिना धरातल पर पूर्ण रूप से क्रियान्वित नहीं हो सकती है।इसके लिए जनचेतना जरूरी है।जनता को विश्वास में लेते हुए गंगा गंगा की निर्मलता पर कार्य करना जरूरी है।इसमें गंगा स्वच्छता करने वालों को प्रोत्साहन और गंदगी फैलाने वालों पर अर्थ दण्ड की व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर बल दिया।जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने ग्रामीण क्षेत्र में मृत पशुओं के अवशेष नदी नालों में बहाये जाने का मामला उठाते हुए प्रशासन द्वारा निस्तारण की व्यवस्था करने का आग्रह किया,उन्होंने कहा कि मृत पशुओं के अवशेष गंगा जी में जाने पर श्रद्धालुओं की आस्था पर चोट पहुंचती है।साथ ही लॉक डाउन के करण स्मृतिवन की सुरक्षा सहित सौंदर्यीकरण के लंबित पड़े कार्यों का मुद्दा उठाया।जिलाधिकारी महोदय ने न केवल समस्याओं को सुना बल्कि गंभीरता से लेते हुये सम्बंधित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निराकरण के आदेश दिए।इसके अतिरिक्त ऋषिकेश के ट्रेचिंग ग्राउण्ड,कूड़ा-गाद निस्तारण,कूड़ा छंटनी कर डोर टू डोर उठाने,पर्यावरण मित्रों के स्वास्थ्य जाँच करने,पेंटिंग प्रतियोगिता,त्रैमासिकपर्यावरण बुलेटिन जारी करने,वनीकरण गतिविधियों सहित गंगा महोत्सव ,हरेला पर्व की तैयारियों सहित सामुदायिक रेडियो के माध्यम से स्वच्छता पर जनता को जागरूक करने और गंगा के सन्दर्भ में ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने और गंगा जी की निर्मलता से आम जनमानस को जोड़ने के साथ-साथ नगर निगम क्षेत्र में अनधिकृत रूप से लगे होर्डिन्स और बैनरों के लिए एकरूपता का नियम लागू करने के मुद्दों पर बात की गई।मौके पर नमामि गंगे परियोजना प्रबंधक निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा संदीप कश्यप,जल संस्थान सहायक अभियन्ता हरीश बंसल,सफाई निरीक्षक सचिन रावत आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।