विधुत बिलों से उपभोक्ताओं को लग रहा जबरदस्त “करंट”

विधुत बिलों से उपभोक्ताओं को लग रहा जबरदस्त “करंट”
ऋषिकेश- विद्युत बिलों को देखकर उपभोक्ताओं को इन दिनों जबरदस्त करंट लग रहा है। अनलॉक वन में जिंदगी की गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए और देश की तंगहाल आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार की ओर से तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोले जाने के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों में भी कार्य शुरू हो गया। इन सबके बीच विद्युत विभाग की ओर से इन दिनों ऋषिकेश विद्युत बिलों का आवंटन किया जा रहा है। विद्युत बिलों को देखकर उपभोक्ताओं के होश फाख्ता हो रहे हैं।4 माह के थमाए जा रहे बिलो में छूट के बजाय विद्युत विभाग विलंब शुल्क भी ठोक रहा है। लाँकडाउन में बंद हुआ मीटर रीडिंग का कार्य अब जून माह के प्रथम सप्ताह के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू हो गया है। हैरत की बात की है कि लोगों को छूट देने के बजाए विद्युत विभाग बिलों में विलंब शुल्क अधिभार भी ठोक रहा है ।जबकि उपभोक्ता इस आस में बैठे थे कि कोरोना संकट काल में कामधंधे बंद होने की वजह से
सरकार बिलो को माफ कर देगी ।इस संदर्भ में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों द्वारा सरकार से विधुत बिल माफ करने की मांग भी की गई थी। इस संदर्भ में ग्रामीण क्षेत्र के समाजसेवी वाईएस भंडारी ने मुख्यमंत्री को एक पत्र प्रेषित कर उन्हें विद्युत विभाग द्वारा बिलो में विलंब शुल्क थोपे जाने की जानकारी दीजिए प्रेषित पत्र में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है कि आपके द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं के विलंब शुल्क ना लेने की घोषणा की गई थी लेकिन इस पर विद्युत विभाग अमल नहीं कर रहा है। पत्र में मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में उचित कार्रवाई की मांग की गई है।