करोड़ो रूपये लागत की योजना में हो रही लापरवाही

करोड़ो रूपये लागत की योजना में हो रही लापरवाही
ऋषिकेश-श्यामपुर न्याय पँचायत के ग्रामीण क्षेत्र खदरी खड़क माफ में केंद्र सरकार की पेयजल योजना अंतर्गत गाँव में हर घर पानी पहुंचाने के उद्देश्य से पेयजल संस्थान द्वारा पाइपलाइन बिछाने का कार्य दिया गया है।
पहले तो लॉक डाउन से पहले पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़कें खोदकर उन्हें आधा अधूरा ही छोड़ दिया गया था,लेकिन लॉक डाउन में छूट मिलने के साथ ही कार्यदायी संस्था द्वारा अब पुनः पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया तो खदरी के वार्ड नम्बर छ सहित कई अन्य जगहों पर ठेकेदार द्वारा नालियों को खोदने के बाद सही ढंग से भरा नहीं जा रहा है।नतीजन यहाँ कई जगहों पर बारिश की हल्की सी बूंदाबांदी के बाद भी सड़के जगह-जगह पर धंस जाने के कारण सड़कों पर गड्ढे पड़ रहे हैं।जिससे न केवल लोग चोटिल हो रहे हैं बल्कि इन गड्ढों में गौ वंश फँसकर घायल हो रहे हैं।ऐसा ही एक वाकिया प्राथमिक विद्यालय खदरी के समीप देखने को मिला ठेकेदार के कारिंदे जल्दबाजी में नाली खोदकर उसे ढंग सेबन्द करना भूल गये।खतरे की आशंका को देखते हुए स्थानीय निवासी वाचस्पति चमोली ने अपने पारिवारिक सदस्यों की मदद से सड़क में पड़े गड्ढे को मिट्टी भरकर आवागमन योग्य बनाया। ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार साइड से नदारद रहते हैं, और दुर्घटना होने के बाद ही इनकी आँखें खुलती हैं।गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व खड़क माफ के ही गुलजार फार्म के निवासियों ने उक्त कार्यदायी संस्था के ठेकेदार और उनके कर्मियों के खिलाफ श्यामपुर पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी कि ठेकेदार कर्मी सड़क खोदकर गड्ढे खुले छोड़ गये थे,बाद में ठेकेदार के कर्मचारियों ने जिला पँचायत सदस्य संजीव चौहान सहित स्थानीयों को पुलिस के समक्ष लिख कर दिया था कि भविष्य में इस प्रकार की कोई गलती नहीं होगी और यदि ठेकदार कर्मियों के कारण कोई दुर्घटना होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था की होगी।लेकिन बार बार सड़कों पर हो रहे गड्ढों और गुणवत्ता परक कार्य न होने के कारण ग्रामीणों में रोष है।