प्रियांशी राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रतियोगिता में रही अव्वल

प्रियांशी राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रतियोगिता में रही अव्वल
ऋषिकेश-शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय चित्रांकन एवं नारा (स्लोगन)प्रतियोगिता के प्रथम वर्ग में उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तराखण्ड का नाम गर्व से ऊँचा किया है।हरिद्वार निवासी कुमारी प्रियांशी सुमन सातवीं कक्षा की छात्रा है।जबकि प्रथम वर्ग में केंद्रीय विद्यालय मेरठ उत्तर प्रदेश में कक्षा आठवीं के आयुष विश्वकर्मा ने द्वितीय और वाराणसी यूपी की कक्षा आठवीं की छात्रा अस्मिता सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।कक्षा 9 से 12 तक की इस प्रतियोगिता के दूसरे वर्ग में मवाना मेरठ के छात्र सागर चौहान ने चित्रांकन में बाजी मारी,साथ ही केन्द्रीय विद्यालय नंबर एक आगरा में 12 वीं में अध्ययनरत छात्रा लावण्या लोधी ने द्वितीय और कानपुर यूपी के छात्र सुबोध पाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।विजेताओं की घोषणा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संयोजक ( पर्यावरण गतिविधि )राकेश जैन ने फेसबुक के माध्यम से की।किन्तु प्रसारण में आकस्मिक तकनीकी समस्या आने के कारण प्रसारण दुबारा करना पड़ा।दूसरी बार न्यास के पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयोजक समीर कौशिक ने अपने फ़ेसबुक पेज @isameerkaushik के द्वारा सीधा प्रसारण करके के विजेताओं की सूची जारी की।उन्होंने बताया कि प्रथम स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को 3100 रुपये द्वितीय स्थान प्राप्त करने वालों को 2100 रुपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 1100 रुपये की सम्मान राशि न्यास की ओर से प्रदान की जाएगी।विजेताओं की घोषणा से पूर्व इस बीच प्रतिभागियों के लगातर फोन आते रहे।न्यास के उत्तराखण्ड प्रान्त पर्यावरण संयोजक विनोद जुगलान का कहना है कि प्रतियोगिता में कुल 6252 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं थी।जिनमें 26 प्रतिशत प्रविष्टियाँ उत्तराखण्ड और 74 प्रतिशत प्रविष्टियाँ उत्तर प्रदेश से प्राप्त हुईं। ईनमें सभी एक से बढ़कर एक थीं लेकिन दो वर्गों में विभाजित इस प्रतियोगिता में केवल छह विजेता चुनना अपने आप में चुनौतीपूर्ण कार्य था।निर्णायक मण्डल के दोनों राज्यों से प्रबुद्धजनों को शामिल किया गया था,कुछ चित्रांकन इस लिए भी पिछड़ते गये कि उन पर या तो स्लोगन नहीं था या फिर आधी अधूरी जानकारी रहीं।गौरतलब है कि प्रथम वर्ग में कक्षा आठ तक और दूसरे वर्ग में कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों की प्रविष्टियाँ माँगी गईं थी।दोनों राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों से बुद्धिजीवी निर्णायक मंडल में सम्मिलित रहे।न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल भाई कोठारी ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए पर्यावरण जागरुकता हेतु निरन्तरता बनाये रखने का संदेश दिया।प्रतियोगिता के ऑनलाइन प्रचार प्रसार सहित निर्णायक मंडल सहित तकनीकी सहयोग करने वालों में उत्तराखण्ड भाषा मंच के प्रदेश संयोजक राजीव थपलियाल,उत्तर प्रदेश से अथर्व शर्मा,राज कुमार हिंदुस्तानी,उमेश कुमार,सुधीर मिश्रा, धर्मेंद्र कुमार अवस्थी,मनीषा जैन,अनिशा जुगलान,राजेश चंद्र आदि प्रमुख रहे।