नशा समाज के लिए बेहद घातक-कुसुुम जोशी

नशा समाज के लिए बेहद घातक-कुसुुम जोशी
ऋषिकेश- उत्तराखंड में शराब एवं नशा मुक्ति के लिए लम्बे अर्से से आंदोलन चला रही मैती संस्था की अध्यक्ष कुसुम जोशी का कहना है नशा समाज के लिए बेहद घातक है।शराब के अलावा भी समाज में अनेक प्रकार के नशा का प्रचलन है जो समाज के लिए घातक है। इसकी वजह से महिलाएं एवं बच्चे घरेलू हिंसा के भी शिकार होते रहते हैं। इसलिए पूरा समाज जब तक नशामुक्त नही होगा ये समस्या खत्म नही होगी।
नशा मुक्ति अभियान के लिए विभिन्न मंचों पर अनेकों पुरुस्कारों से नवाजी जा चुकी समाजसेविका कुसुम जोशी के अनुसार कोरोना संकट काल के चलते व्यापार ठप्प पड़े हैं और रोजगार खत्म हो चुके हैं।ऐसे में शराब एवं अन्य नशा करने वालें नही सुधरे तो उनके परिवारों को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि नशा एक धीमा जहर है, जो जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर देता है। नशे की कोई सीमा नहीं होती, इसलिए इससे समाज के हर वर्ग को सावधान रहने की आवश्यकता है। नशे के दलदल में फंसने वाले इंसान के लिए स्वयं के साथ-साथ उसके परिवार और समाज को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।