कोरोना को लेकर मन में भय पैदा करने से बचे-प्रो रविकांत

कोरोना को लेकर मन में भय पैदा करने से बचे-प्रो रविकांत
ऋषिकेश-अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में भर्ती कोरोना संक्रमित दो मरीजों को सेहत में सुधार होने पर व उनकी लगातार दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इनमें एक एम्स संस्थान की स्टाफ नर्स जबकि दूसरा देहरादून निवासी पुरुष पेशेंट है।गौतलब है कि एम्स से इससे पूर्व दो कोविड संक्रमित रोगियों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। एम्स में देहरादून निवासी 64 वर्षीय पुरुष रोगी को इसी माह 2 मई को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर भर्ती किया गया था जबकि इसके एक दिन बाद 3 मई को एम्स की 29 वर्षीया महिला नर्सिंग ऑफिसर को कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संस्थान में बने कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां चिकित्सकीय टीम द्वारा उनका उपचार किया गया। उक्त दोनों पेशेंट को लगातार दो रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि कोरोना से मन में भय पैदा करने की जरुरत नहीं है, उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव के लिए अनिवार्यरूप से मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने पर जोर दिया। निदेशक एम्स ने कहा कि हमें कोरोना के साथ अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस लौटने की आवश्यकता है। लिहाजा इससे घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने व मुकम्मल ऐहतियात बरतने की आवश्यकता है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि कोरोना संक्रमित अधिकांशतः मरीज गारंटी के साथ अस्पताल से बिल्कुल स्वस्थ होकर लौटेंगे, उनका कहना है कि इससे बुजुर्ग लोगों व पूर्व से गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को दिक्कतें हो सकती हैं,लिहाजा ऐसे लोगों को कोविड के संक्रमण से बचाव के लिए अतिरिक्त ऐहतियात बरतने की जरुरत है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत के स्टाफ ऑफिसर डा. मधुर उनियाल ने बताया कि अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए दोनों मरीज क्रमशः दो व तीन मई को एम्स में भर्ती किए गए थे। उन्होंने बताया कि एम्स में भर्ती अन्य कोविड पॉजिटिव मरीजों की सेहत अच्छी है व उनका बेहतर तरीके से ध्यान रखा जा रहा है।