गौ सेवक सुरभि के मददगार बने एम्स स्वाथ्यकर्मी

गौ सेवक सुरभि के मददगार बने एम्स स्वाथ्यकर्मी
ऋषिकेश-बेजुबान निराश्रित गौवंशो की निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रही सुरभि रावत को एम्स ऋषिकेश के स्वास्थ्यकर्मियों ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है।
निराश्रित गौवंशों की सेवा को हैल्पिंग हैंड्स के नाम से बने इस समूह की शुरुआत एम्स ऋषिकेश में द्वितीय श्रेणी नर्सिंग प्रभारी के रूप में कार्यरत सुरभि रावत ने की थी,धीरे-धीरे इस समूह में एम्स के नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी जुड़ते गये।सुरभि रावत बताती हैं कि अब उनके स्वयं सेवी समूह में लगभग 150 स्वयं सेवक हैं जो गौ सेवा को तत्पर रहते हैं।इन्ही स्वयंसेवियों की मदद से जॉली ग्रांट से लेकर एम्स ऋषिकेश के अतिरिक्त ढालवाला पुलिस चौकी तक निराश्रित गौवंशों और गायों के लिए तिरेसठ जल कुण्ड लगाए गये हैं ताकि सभी स्ट्रीट कैटल्स को गर्मी से राहत पाने को पीने के लिए पानी उपलब्ध हो सके।वैसे तो इन जलकुण्डों में पानी और आसपास चारा रखने की व्यवस्था हैल्पिंग हैंड्स एम्स ऋषिकेश के स्वयं सेवी करते हैं किंतु कहीं-कहीं इन जल कुंडों में पानी भरने की व्यवस्था आसपास के पेट्रोल पंप कर्मचारियों सहित पुलिसकर्मी भी अपनी ड्यूटी के बाद पानी भरने का सेवा कार्य करते हैं।अधिकतर जलकुण्ड ऐसे स्थानों पर लगाये गये हैं,जहाँ पर अधिकांशतः निराश्रित गौवंशों का आना जाना लगा रहता है।इसके अतिरिक्त पेट्रोल पंपों और पुलिस थानों के आसपास भी जल कुण्ड लगाए गये हैं।विभिन्न प्रान्तों से आये एम्स ऋषिकेश में कार्यरत गौ सेवा में सहयोग करने वाले नर्सिंग स्टाफ कर्मियों में सुरेश सोनी,गौरव शर्मा,आकाश जोशी,संतोष फरस्वाण, अंकुर भट्ट,कन्हैया,मोहन,सीमा,आँचल सहित अन्य नर्सिंग कर्मी प्रमुख हैं।समूह के सदस्यों का मानना है कि बेजुबान निराश्रित पशुओं की सेवा हर सनातन प्रेमी का कर्तव्य है सही मायने में गौ सेवा ही गोपाल सेवा है।