तदर्थ खेल प्रशिक्षकों को संकट से उबारे सरकार-विश्वनाथ राजपूत

तदर्थ खेल प्रशिक्षकों को संकट से उबारे सरकार-विश्वनाथ राजपूत
ऋषिकेश- वैश्विक महामारी कोराना की वजह से खेल विभाग उत्तराखंड के तदर्थ खेल प्रशिक्षकों पर भी रोजी रोटी का संकट गहराने लगा है। अंतर्राष्ट्रीय कराटे कोच व समस्त तदर्थ खेल प्रशिक्षक प्रतिनिधि विश्वनाथ राजपूत ने बताया कि पूरे प्रदेश के 13 जनपदों में खेल विभाग द्वारा 15 अप्रैल से 15 फरवरी तक 10 माह हेतु प्रशिक्षकों की कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्ति की जाती है जिसमें उनको योग्यता अनुसार मानदेय प्रदान किया जाता है। पूरे प्रदेश में लगभग सवा सौ कोच तदर्थ खेल प्रशिक्षक में से 80 प्रतिशत प्रशिक्षकों का मानदेय 5000 से 7000 होता है। शेष 20 प्रतिशत प्रशिक्षकों का मानदेय 14000 या उससे अधिक होता है। वर्तमान में कोरोनावायरस से पूरा विश्व प्रभावित होने के कारण खेल गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है।प्रदेश में भी खेल गतिविधियों पर ब्रेक लगी हुई है ।जोकि यदि और कुछ माह रही तो खेल प्रशिक्षकों के सामने भूखो मरने की नौबत आ सकती है। उन्होंने संकट से जूझ रहे खेल प्रशिक्षकों को उबारने के लिए खेल विभाग से गत वर्ष 2019 में जिन खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई थी उन्हीं खेल प्रशिक्षकों को 15 अप्रैल 2020 से पुन नियुक्ति दिए जाने की मांग भी की है।