एम आई टी ने आयोजित किया राष्ट्रीय वेबिनार

एम आई टी ने आयोजित किया राष्ट्रीय वेबिनार
ऋषिकेश-एमआईटी ढालवाला में आयोजित हुआ राष्ट्रीय वेबिनार। देश एवं विश्व भर में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षण संस्थाएं नियमित रूप से संचालित नहीं हो पा रही है लेकिन ऐसी विकट स्थितियों में भी राष्ट्र की कुछ अग्रणी शिक्षण संस्थाएं तकनीकी का प्रयोग कर छात्रों तक उनके पाठ्यक्रमों को उपलब्ध करा रही है ।इसी कड़ी में प्रदेश का प्रतिष्ठित संस्थान एम आई टी भी लगाया प्रयासरत रहा है।संस्थान ने आज राष्ट्रीय स्तर पर वेबिनार आयोजित किया। “ऑनलाइन लर्निंग ड्यूरिंग एंड आफ्टर पेंडविक कोविड-19” शीर्षक पर आधारित
वेबीनार का मुख्य उद्देश्य शिक्षा जगत में जुड़े सभी छात्रों एवं प्राध्यापकों तक यह संदेश पहुंचाना था। वेबिनार का शुभारंभ संस्थान के सचिव हरगोविंद जुयाल एवं संस्थान के निदेशक रवि जुयाल द्वारा सभी प्रतिभागियों का स्वागत कर एवं मां भारती का स्मरण कर किया गया ।संस्थान के सचिव एच जी जुयाल ने बताया कि संस्थान सदैव अपनी प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी का उपयोग छात्र एवं समाज हित में करता रहा है और इस वेबीनार में भी लगभग 500 प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए यह आश्वस्त किया जा रहा है कि किसी भी आपातकालीन संकट की घड़ी में संस्थान सदैव शिक्षा जगत में न केवल राज्य अपितु राष्ट्र स्तर पर भी अपने दायित्वों का निर्वहन कर शिक्षा जगत में अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन करता रहेगा।प्रतिभागियों के स्वागत उपरांत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक उत्तराखंड शासन एनपी महेश्वरी ने प्रतिभागियों के समक्ष अपने विचार रखते हुए कहा कि ऑनलाइन लर्निंग की उपयोगिता को समझने की जरुरत है।ऑनलाइन लर्निंग वर्तमान परिस्थितियों में न केवल देश अपितु बल्कि संपूर्ण विश्व की आवश्यकता है।उन्होंने तकनीकी संसाधनों की उत्तराखंड राज्य में वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया कि लगभग 60 हजार विद्यार्थी उच्च शिक्षा के विद्यार्थी है।वेबिनार में ललित मोहन शर्मा पीजी कॉलेज ऋषिकेश के एमएलटी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ढींगरा ने ऑनलाइन लर्निंग के लिए स्वयंप्रथा,शोधगंगा,ज्ञान गंगा जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की विस्तृत जानकारी साझा की।