मानसून से पहले तटबन्ध की तैयारी

मानसून से पहले तटबन्ध की तैयारी
वन विभाग ने बाढ़ से सुरक्षा के प्रयास किये जारी
ऋषिकेश-लॉक डाउन के चलते एक ओर जहांं विकास कार्यों को रोकना पड़ा है वहीं दूसरी ओर जागरूक समाजसेवियों और कुशल अधिकारियों की सूझ-बूझ से आवश्यक और महत्वपूर्ण कार्यों को करने के प्रयास निरन्तर जारी हैं।देहरादून वन प्रभाग के नमामि गंगे जिला क्रियान्वयन समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान विप्र ने गत वर्ष प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान को खदरी स्थित खड़क माफ ग्राम सभा अन्तर्गत सौंग नदी सहित लक्कड़ घाट के समीप गंगा जी के जलस्तर की बर्षात में होने वाली बृद्धि से बाढ़ द्वारा हर साल भूमि कटाव से होने वाले नुकसान का ब्यौरा देते हुए तार जाल भरवाकर चक डैम सहित तटबन्ध बनाने की माँग की थी,लेकिन लॉक डाउन के कारण समय पूर्व सुरक्षा प्रबंध न होने के कारण पुनः मानसून सत्र से पहले तटबन्ध बनाने की माँग की गई।उन्होंने बताया कि हर वर्ष बर्षात में गंगाजल बृद्धि के कारण लक्कड़ घाट के समीप बाढ़ से वन भूमि पर होने वाले कटाव को पिछले साल नब्बे मीटर का तार जाल भरवाकर रोका गया है।जो कि कारगर साबित हुआ था।इससे जल स्तर काफी कम हुआ है इसलिए इसी क्रम में छोटे-छोटे तीन चक डैम बनाये जाएं तो भू-क्षरण पूरी तरह से रुक जाएगा साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान की ओर बढ़ रहे भूमि कटाव को भी रोका जा सकेगा।विषय की गंभीरता को देखते हुए प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून ने उप प्रभागीय वनाधिकारी बी बी मर्तोलिया सहित वनक्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को मौके की पड़ताल कर अविलंब भूमि कटाव रोकने हेतु बाढ़ सुरक्षा के प्रबंध करने को कहा।इस क्रम में सम्बन्धित वनअधिकारियों द्वारा राजकीय पॉलिटेक्निक खदरी की सीमा के निकट वन भूमि पर तटबन्ध बनाने हेतु प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।इससे पॉलिटेक्निक संस्थान के समीप दस हेक्टेयर भूमि पर होने वाले पौधरोपण क्षेत्र में बाढ़ के अतिरिक्त जल को भी रोका जा सकेगा।साथ ही लक्कड़ घाट के समीप भी तार-जाल भरकर 15 हेक्टेयर भूमि के कटाव को भी रोका जा सकेगा।प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान ने बताया कि बजट की कमी के कारण छोटे-छोटे तटबन्ध बनाये जा रहे हैं बजट स्वीकृति होने पर शेष बचे प्रभावित क्षेत्र को भी कार्ययोजना में सम्मिलित किया जा सकेगा।दूसरी ओर राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान के पर्यावरण संरक्षक विनोद जुगलान विप्र ने जिला विकास अधिकारी प्रदीप कुमार पाण्डेय माध्यम से जिलाधिकारी देहरादून से संस्थान की मानसून सत्र से पूर्व ही बाढ़ से सुरक्षा हेतु पुख्ता प्रबन्ध करने की गुहार लगाई है।जिला विकास अधिकारी ने बताया कि पॉलिटेक्निक संस्थान बाढ़ से सुरक्षा को मनरेगा में शामिल किया जा रहा है।गौरतलब है कि खदरी स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान गढ़ी श्यामपुर वर्षो से उपेक्षा का दंश झेल रहा है।इससे ग्यारह एकड़ भूमि पर बने करोड़ों रुपये लागत की सरकारी संपत्ति को नुकसान हो रहा है।इस संबंध में सी एम हेल्पलाइन पर 14 जुलाई 2019 को शिकायत सँख्या 24394 दर्ज है।जिला विकास अधिकारी द्वारा दिये गए आश्वासन के बाद संस्थान की बाढ़ से सुरक्षा की उम्मीद जगी है।