कोविड 19 के खतरे को लेकर नगर निगम महापौर ने ली प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक

कोविड 19 के खतरे को लेकर नगर निगम महापौर ने ली प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक
कोरोना के बड़ते खतरों देख शहर के तमाम प्रमुख होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने का लिया गया निर्णय
ऋषिकेश- कोरोना वायरस के चलते ऋषिकेश एम्स हॉस्पिटल में आज हुई महिला कीमौत के बाद स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
एम्स हॉस्पिटल के चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के रहने के लिए स्थानीय प्रशासन ने शहर के तमाम प्रमुख होटलों को अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है।प्रशासन ने अब तेजी से बदल रहे हालातों को देखते हुए शहर के होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने के लिए कवायद तेज कर दी है।एम्स में कोरोना पॉजिटिव महिला की आज हुई मौत के बाद प्रशासन ने एम्स के केे चिकित्सा कर्मियों केे रहने की व्यवस्था नगर के
होटलों में करने का निर्णय लिया है।
शुक्रवार की दोपहर नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने प्रशासनिक अधिकारियों और शहर के होटल संचालकों की बैठक ली।बैठक मेे ऋषिकेश के होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। बैठक में महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण परिस्थितियां रोज बदल रही हैं। आने वाले कुछ दिन और चुनौती भरे हैं। इनसे निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जायेेंं। उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन स्थानीय प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोविड-19 की चुनौतियो का सामना करेगा।उन्होंनेे कहा कि लाँँक डाउन के चलते पर्यटकों की आवाजाही रुकी हुई है। सभी होटल खाली हैं। प्रशासन अपनी तरफ से ज्यादा से ज्यादा क्वारंटाइन सेंटर बनाकर उन्हें आरक्षित रखना चाहता है। निगम आज से ही इन होटल को सैनिटाइजेशन करने का कार्य शुरू कर देग। बैठक में उपजिलाधिकारी
प्रेमलाल,पुलिस उपाधीक्षक वीरेंद्र रावत,नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल,आईएएस अपूर्वा पाण्डेय, कोतवाली प्रभारी रितेश शाह,तहसीलदार रेखा आर्य,संदीप गुप्ता ,मदन नागपाल,सुनील ग्रोवर आदि मौजूद रहे।