सन्नाटे में गूंजी गौरैया की चहचहाहट ,ग्रामीण उत्साहित

सन्नाटे में गूंजी गौरैया की चहचहाहट ,ग्रामीण उत्साहित
ऋषिकेश-गोरैया यह नाम आपने पहले कभी सुना है? सुना ही होगा, देखा भी जरूर होगा एक छोटी सी चिड़िया, जिसको गायब हुए ज्यादा वक्त नहीं हुआ! मगर अब फिर से यह चिड़िया दिखाई देने लगी है।
साथ ही इसकी चहचहाहट कानों में फिर से सुर बिखेरने लगी है! लॉकडाउन ने जहां लोगों को घरों में रहने को मजबूर किया है वहीं खाली सड़कों और प्रदूषण मुक्त तीर्थ नगरी ने इन छोटे पक्षियों को फिर से में चहकने की छूट दे दी है!गोरैया के नजर आने से तीर्थ नगरी से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में तो बकायदा कुछ बेहद टेलेंटेड युवाओं ने समय की नजाकत को भांपते हुए अपने घरों में गोरैया के लिए घरो की व्यवस्था करनी भी शुरू कर दी है। 28 गड़कमाफ क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य संजीव सिंह चौहान ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में इस कार्य के लिए प्रेरणा दे रहे हैं।उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में बंद हैं।ऐसे में शांत माहौल के बीच गोरैया दिखाई देनी शुरू हो गई हैं।जिसको देखते हुए दीपक रावत, संजय राणा, तरुण बडोनी,प्रदीप सिंह,अक्षय कौशिक आदि युवाओं के सहयोग से 100 चिड़िया के घर बनाये गये हैंं। इन्हें.लोगो के घरों में लगाने का अभियान शुरू किया गया है।भाजपा नेता और ग्रामीण क्षेेत्र के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि संजीव चौहान ने बताया कि इस तरह की कोशिशें गोरैयाा को जीवनदान दे सकती है।