अक्षय तृतीया पर्व पर आभूषण विक्रेताओं को लगा “कोरोना करंट”

अक्षय तृतीया पर्व पर आभूषण विक्रेताओं को लगा “कोरोना करंट”
ऋषिकेश- अक्षय तृतीया पर्व पर स्वर्ण आभूषण व्यापारियों को आज लगा जबरदस्त कोरोना करंट।
केंद्र सरकार द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में शर्तो के साथ दुकाने खोलने के निर्णय के बाद पिछले 1 महीने से ज्वैलर्स की दुकानों पर लटके हुए ताले तो आज खुल गए लेकिन दिनभर उनमें ग्राहक नदारद रहे। रही सही कसर बेईमान मौसम ने पूरी कर दी ।सुबह से ही तीर्थ नगरी में बारिश लग गई थी जो कि दिन भर जारी रही । कोविड-19 के कहर के साथ बारिश की डबल मार से बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और आभूषण विक्रेता दिन भर ग्राहकों का इंतजार ही करते नजर आए। झंडा चौक स्थित नगर की प्राचीनतम गढवाल ज्वैलर्स के संचालक हितेन्द्र पंवार ने बताया कि कोरोना की वजह से दुनियाभर में वैश्विक मंदी शुरू हो गई है। देश भर के तमाम उद्योग धंधों के साथ-साथ आभूषण विक्रेताओं के व्यवसाय पर इससे जबरदस्त चोट पहुंची है।जिससे उबरने में शायद वर्षों लग जायें।उल्लेखनीय है कि हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया तिथि का मांगलिक कार्यों के लिए विशेष महत्व है। इस तिथि को विवाह करना अच्छा माना जाता है।अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है और शुभ मुहूर्त में सोना खरीदा जाता है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से धन संपदा में अक्षय वृद्धि होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया को ही त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था।लेकिन तमाम पौराणिक मान्यताएं आज अक्षय तृतीया पर्व पर कोरोना संकट की वजह से पीछे छूटती नजर आई।बताते चले कि कोरोना महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन है। ऐसे में मांगलिक कार्य भी अटके हुए हैं।