“घर की रसोई ” से की जा रही सैकड़ों लोगों की भूख रोज शांत

मिसाल बना शहर का वंदेमातरम ग्रुप
ऋषिकेश- देवभूमि ऋषिकेश में गरीबों एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दोस्तों का वंदेमातरम ग्रुप मिसाल बनकर कार्य कर रहा है।पिछले तीन सप्ताह से सैकड़ों जरूरतमंदो तक यह ग्रुप पुलिस प्रशासन के सहयोग से रोज भोजन पहुंचा रहा है।
प्रशासन के सामने कोरोना संकट के बीच सबसे बड़ी चुनौती उन जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने की रही, जिनके सामने लॉकडाउन के चलते खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई थी। ऐसे समय में विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के साथ चंद दोस्तों ने मिलकर एक दोस्त के घर के परिसर में ही रसोई बना दी। इतना ही नहीं, पिछले तीन सप्ताह से लगभग सैकड़ों भोजन के पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं। खास बात यह कि भोजन का मीनू में भी हर तीसरे दिन बदलाव किया जा रहा है, ताकि जरूरतमंदों को भोजन का बदला हुआ स्वाद भी मिलता रहे।बिना किसी प्रचार प्रसार के विगत तीन सप्ताह से देवभूमि ऋषिकेश के वंदेमातरम ग्रुप के सदस्य गरीबों एवं जरुरतमंदों के लिए भोजन की व्यवस्था बनाने मे जुटे हुए हैं।पूर्व छात्र नेता वंदेमातरम ग्रुप के जितेंद्र पाल पाठी ने बताया कि कोरोना संकट शुरु होते ही उन्होंने अपने साथियों एकांत गोयल,पंकज शर्मा, राहुल पाण्डेय और कमल अरोड़ा को मुश्किल में घिरे लोगों की मदद के लिए सहयोग करने की बात की तो छणभर में सभी राजी हो गये।उसके बाद शुरू हुई मुहिम के तहत उनके घर की रसोई में लगातार सैकड़ों लोगों के लिए रोजाना खाना बन रहा है।जिसमें उनका पूरा परिवार दिनरात जुटा रहता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करना बहुत ज़रूरी है।कोरोना संकट में यह भावना प्रबल हुई है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते लोग घरों मे में हैं। काम धंधे भी बंद हैं। इनमें कई लोग ऐसे हैं, जिनकी कमाई के जरिया पर भी ब्रेक लग गया है। हालांकि, प्रशासन ने अपने स्तर पर राशन-भोजन की व्यवस्था की है, लेकिन समस्या बड़ी होने से हर जरूरतमंद तक पहुंचना अकेले प्रशासन के बूते की बात नहीं है, जिसमें सम्मिलित कोशिशों की जरूरत है और लोग आगे भी आए हैं।