जागरूकता ही बचाव है-जुगलान

जागरूकता ही बचाव है-जुगलान
किसानों ने फसल कटाई का कार्य किया प्रराम्भ
ऋषिकेश-श्यामपुर न्याय पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में गेंहूं की फसल कटाई का कार्य प्रारम्भ हो चुका है।जिला देहरादून नमामि गंगे जिला गंगा क्रियान्वयन समिति के सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान विप्र ने कहा कि सरकार निरन्तर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी रूप से प्रयासरत है।जिस तरह प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और नमामि गंगे योजना के तहत सरकार द्वारा किसानों की सुरक्षा हेतु सेनिटाइजर,दस्ताने और मास्क देने के आदेश जारी किए गये हैं,वह निश्चित रूप से सराहनीय और स्वागतयोग्य पर्यास है।फिलहाल जब तक व्यक्तिगत सुरक्षा के उपकरण प्राप्त नहीं होते हैं तब तक किसान सिर और मुँह पर साफा(गमछा)बांधकर कर रखें,दराँतीयों सहित हाथों को साबुन पानी से धोएं और फसल कटाई-मँडाई के समय निश्चित दूरी बनाएं रखें।क्योंकि सुविधाएँ चाहे जितनी भी प्राप्त हो जाएं जब तक हम जागरूक नहीं होंगे सुरक्षित रहना मुश्किल है।संक्रमण से पूर्व जागरूकता ही बचाव है।उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज सिर पर साफा- ठानठा यूँ ही नहीं बाँधते थे उसके पीछे कुछ ठोस महत्वपूर्ण कारण थे।हमें अपनी संस्कृति को अपनाते हुए अपनी सांस्कृतिक विरासत का पालन करना चाहिए।इससे न केवल हम सुरक्षित और स्वस्थ रहेंगे बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण संवर्द्धन भी सम्भव होगा।ग्राम सभा खदरी खड़क में फसल कटाई-मंडाई करते समय किसान सामाजिक दूरी का पालन करते दिखाई दे रहे हैं।