जयंती पर हनुमानजी हरेंगे कोरोना का संकट

ऋषिकेश- देशभर के साथ धर्मनगरी ऋषिकेश में बेहद सादगीपूर्ण तरीके से मनाई गई। कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है।इसलिए पूरे देशभर में लॉक डॉउन है।आज हनुमान मंदिरों में बिना भक्तों के संकट मोचन हनुमान जी की पूजा आराधना हुई। वहीं मंदिरों में पूजारियों ने पूजा पाठ करके कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से निजात दिलाने के लिए भगवान से प्रार्थना की।
बुधवार को हनुमान जयंती पर घर-घर में हनुमान जी की पूजा की गई।घरों में भक्तों ने हनुमान जी को प्रसाद का भोग लगाकर, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ करके उनसे देश को कोरोना संकट से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की।पौराणिक मान्यता अनुसार हनुमान जी भगवान शिव के 11वें अवतार हैं। उन्हें भक्तों का मंगल करने और श्रीराम की मदद करने के लिए धरती पर जन्म लेना पड़ा। कहा जाता है कि समुद्र मंथन के बाद अमृत को असुरों से बचाने के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था। भगवान विष्णु के इस रूप को देखकर भगवान शिव मोहित होकर कामातुर हो गए। तब शिवजी के अंश को पवनदेव ने वानर राज केसरी की पत्नी अंजना के गर्भ में डाल दिया। इसके परिणाम स्वरूप हनुमान ने वानर रूप में जन्म लिया।
इसीलिए हनुमान को शिव का 11वां रुद्र अवतार कहा जाता है। श्रीराम ने हनुमान जी को कलयुग के अंत तक धर्म की रक्षा के लिए पृथ्वी पर रहने का आदेश दिया है। इसी लिए कहा जाता है कि हनुमान कलयुग में भी सशरीर मौजूद हैं।