सावधानी बरतकर ही टलेगा कोरोना संकट-भगतराम कोठारी

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ऋषिकेश- आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस से उपजी बीमारी कोविड-19 के प्रकोप से जूझ रही है। महामारी बन गई इस खतरनाक बीमारी का असर अपने देश में भी बढ़ता ही जा रहा है। आने वाले कुछ और दिन यह तय करेंगे कि भारत में यह महामारी क्या रूप लेगी और यह बहुत कुछ इस पर निर्भर करेगा कि सरकार और उसकी संस्थाओं के साथ-साथ देश के आम और खास लोग यानी सभी देशवासी कितनी तत्परता से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की कोशिश करते हैं।कोरोना वायरस संकट में सबसे पहले 11 लाख रुपये की सहायता राशि से सरकार की मदद करने वाले राज्य मंत्री भगतराम कोठारी ने कहा कि चूंकि इस खतरनाक बीमारी को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है इसलिए सभी को अतिरिक्त सावधानी का परिचय देना होगा और यह ध्यान रखना होगा कि कई बार सफलता टीम के सबसे अच्छे खिलाड़ी पर नहीं, बल्कि कमजोर खिलाड़ी के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि आज हम सबके सामने एक अलग किस्म की चुनौती आ खड़ी हुई है।
यह एक कठिन चुनौती है और इसीलिए हालात मुश्किल भरे हैं। इन मुश्किल हालात में देश की एकजुटता, संयम और अनुशासन के साथ सहयोग की भी परख हो रही है।उन्होंने कहा कि बहुत जरूरी न हो तो घर के बाहर न निकलें।यह बात हर किसी को अपने दिमाग में बैठा लेनी चाहिए कि हमें कुछ समय और अन्य लोगों से मिलना-जुलना नहीं है। कोई भी कारण हो, एक जगह इकट्ठा न हों। अगर आवश्यक हो भी तो कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखें, क्योंकि कोरोना वायरस तीन फीट तक हवा में रह सकता है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही सेल्फ आइसोलेशन को बेहद आवश्यक बताते हुए राज्य मंत्री कोठारी ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही जरूरी है सेल्फ आइसोलेशन यानी खुद को अलग-थलग करना। इसके जरिए निश्चित ही कोरोना संकट को टाला जा सकता है।